कल्पान्त-काल-पवनोद्धत-वह्रि-कल्पं दावानलं ज्वलितमुज्ज्वमुत्स्फुलिगंम्| विश्व जिघित्सुमिव संमुखमापतन्तं त्वन्नाम-कीर्तन-जलं
शमयत्यशेषम्|
अर्थात् :
आपके नाम यशोगानरुपी जल, प्रलयकाल की वायु से उद्धत, प्रचण्ड अग्नि के समान प्रज्वलित, उज्ज्वल चिनगारियों से युक्त,
संसार को भक्षण करने की इच्छा रखने वाले की तरह सामने आती हुई वन की अग्नि को पूर्ण रुप से बुझा देता है|
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