Skip to main content

सामान्य ज्ञान


■ मैग्सेसे पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय कौन थे ? बिनोवा भावे
■‘मोनालिसा’ किसकी विश्वविख्यात पेंटिंग है ? लियोनार्दो-द-विंची
■ स्वांग किस राज्य की लोकनृत्य कला है ? हरियाणा 
■ कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका फैसला कौन करता है ? लोकसभा अध्यक्ष
■ अंतिम मुग़ल सम्राट कौन था ? बहादुर शाह जफ़र द्वितीय
■तम्बाकू पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगाने वाला विश्व का पहला देश कौनसा है ? भूटान
■‘गोदान’ किसकी रचना है ? मुंशी प्रेमचन्द
■‘स्वाइन फ्लू’ बीमारी किस विषाणु से फैलती है ? H1N1
■राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है ? 25 जनवरी
■ भारत सरकार का संवैधानिक मुखिया कौन होता है ? राष्ट्रपति
■किस संविधान संशोधन द्वारा मौलिक कर्तव्यों को संविधान में जोड़ा गया ? 42वें
■ नमक कानून को तोड़ने के लिए महात्मा गाँधी ने कौनसा आन्दोलन शुरु किया ? सविनय अवज्ञा आन्दोलन
■ उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ? संसद सदस्य
■विजयस्तंभ कहाँ स्थित है ? चित्तोड़गढ़ में
■विश्व का सबसे लम्बा (9438 कि.मी.) रेलमार्ग ट्रांस-साइबेरिया (रूस) किन दो शहरों को जोड़ता है?
सेंट पीटर्सबर्ग से ब्लाद

Comments

Popular posts from this blog

तुलसीदास के दोहे मित्रता पर

जे न मित्र दुख होहिं दुखारी।तिन्हहि विलोकत पातक भारी। निज दुख गिरि सम रज करि जाना।मित्रक दुख रज मेरू समाना। अर्थ :  जो मित्र के दुख से दुखी नहीं होते उन्हें देखने से भी भा...

हिन्दू देवी देवताओं के नाम और काम

सनातन धर्म में अनेक देवताओं का उल्लेख है उन देवताओ को किसी नाम विशेष से जाना जाता है। देवताओं का यह नामकरण उनके कार्य और गुण-धर्म के आधार पर किया गया है। हम यहाँ कुछ प्रमुख देवताओं के विषय में जाकारी प्राप्त करेगें। ब्रह्मा 〰️〰️〰️ ब्रह्मा को जन्म देने वाला कहा गया है। विष्णु 〰️〰️ विष्णु को पालन करने वाला कहा गया है। महेश 〰️〰️〰️ महेश को संसार से ले जाने वाला कहा गया है। त्रिमूर्ति 〰️〰️〰️ भगवान ब्रह्मा-सरस्वती (सर्जन तथा ज्ञान), विष्णु-लक्ष्मी (पालन तथा साधन) और शिव-पार्वती (विसर्जन तथा शक्ति)। कार्य विभाजन अनुसार पत्नियां ही पतियों की शक्तियां हैं। इंद्र 〰️〰️ बारिश और विद्युत को संचालित करते हैं। प्रत्येक मन्वंतर में एक इंद्र हुए हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं- यज्न, विपस्चित, शीबि, विधु, मनोजव, पुरंदर, बाली, अद्भुत, शांति, विश, रितुधाम, देवास्पति और सुचि। अग्नि 〰️〰️〰️ अग्नि का दर्जा इन्द्र से दूसरे स्थान पर है। देवताओं को दी जाने वाली सभी आहूतियां अग्नि के द्वारा ही देवताओं को प्राप्त होती हैं। बहुत सी ऐसी आत्माएं है जिनका शरीर अग्निरूप में है, प्रकाश रूप में नहीं।देबकी गुरु सूर्य 〰️〰️〰️ ...

अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम्

अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम् | परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम् || अर्थात् : महर्षि वेदव्यास जी ने अठारह पुराणों में दो विशिष्ट बातें कही हैं | पहली –परोपकार करना प...